जन्म -5 जून 1972 गढ़वाली क्षत्रिय परिवार में ग्राम पंचुर , तहसील यमकेश्वर जिला पौड़ी गढ़वाल उत्तराखण्ड (तत्कालीन उत्तर प्रदेश)
पिता आनन्द सिंह बिष्ट ,जो एक फॉरेस्ट रेंजर थे, माता सावित्री देवी।कुल 7 भाई बहन 3 बहने एक भाई बड़े2 भाई छोटे , स्वम योगी जी पांचवे स्थान पर।
1987 में दसवीं की परीक्षा टिहरी के गजा से पास की।
1989 में ऋषिकेश के श्री भरत मन्दिर इण्टर कॉलेज से इंटरमीडिएट पास पास किया
1990 में ग्रेजुएशन की पढ़ाई करते हुए ये अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े।1992 में श्रीनगर के हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से इन्होंने गणित में बीएससी की परीक्षा पास की।
1993 में गणित में एमएससी की पढ़ाई के दौरान गुरु गोरखनाथ पर शोध करने ये गोरखपुर आए
और यही गोरखपुर में अपने चाचा महंत अवैद्यनाथ के शरण में ही चले गए और दीक्षा ले ली
1994 में ये पूर्ण संन्यासी बन गए, जिसके बाद इनका नाम अजय सिंह बिष्ट से योगी आदित्यनाथ हो गया।
12 सितंबर 2014 को गोरखनाथ मंदिर के पूर्व महन्त अवैद्यनाथ के निधन के बाद इन्हें यहाँ का महंत बनाया गया। 2 दिन बाद इन्हें नाथ पंथ के पारंपरिक अनुष्ठान के अनुसार मंदिर का पीठाधीश्वर बनाया गया।
1998 में योगी आदित्यनाथ 26 वर्ष की उम्र में गोरखपुर से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े और जीत गए। जो बारहवीं लोक सभा (1998-99) के सबसे युवा सांसद थे। 1999 में ये गोरखपुर से पुनः सांसद चुने गए।
अप्रैल 2002 में इन्होंने हिन्दू युवा वाहिनी बनायी।2004 में तीसरी बार लोकसभा का चुनाव जीता।2009 चौथी बार 2 लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर लोकसभा पहुंचे।
2014 में पांचवी बार भी दो लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर ये सांसद चुने गए।
19 मार्च 2017 में उत्तर प्रदेश के बीजेपी विधायक दल की बैठक में योगी आदित्यनाथ को विधायक दल का नेता चुनकर मुख्यमंत्री पद सौंपा गया।
योगी आदित्यनाथ सबसे पहले 1998 में गोरखपुर से चुनाव भाजपा प्रत्याशी के तौर पर लड़े बहुत ही कम अंतर से जीत दर्ज की। लेकिन उसके बाद वे लगातार 1999, 2004, 2009 तथा 2014 में सांसद चुने गए।
2017 से अब तक उतर प्रदेश के मुख्य मंत्री है। वर्तमान में उन्होंने उत्तर प्रदेश के कुछमाफियाओं , बाहुबलियों का सफाया किया और वे बुलडोजर बाबा के नाम से जाने जाते है।