Jadan Ashram Features, Know 10 features of Om Ashram
दुनिया भर में प्रसिद्द “ॐ आश्रम” या “ॐ मंदिर” भारत देश के राजस्थान प्रान्त में पाली जिले के जाडन स्थान पर स्थित ॐ आकृति का पहला शिव मंदिर है। यह जोधपुर से 75 किलोमीटर दूर है ।
ॐ आश्रम का मुख्य नाम “ओम विश्व दीप गुरुकुल स्वामी महेश्वरानंद आश्रम शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र” है (Om Vishwa Deep Gurukul Swami Maheshwarananda Ashram Education & Research Centre)
ओम आश्रम की स्थापना 1993 में विश्व गुरु महामंडलेश्वर परमहंस स्वामी महेश्वरानंद जी महाराज ने की थी। ओम आश्रम की स्थापना 1993 में हुई थी और 1990 में इसका खाका तैयार किया गया था
सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा, विष्णु और महेश को कहा जाता है। ये त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश को 'ॐ' (ओम-नाद ब्रह्म) का प्रतीक हैं। ॐ निराकार है। स्वामी महेश्वरानंद जी इस ओंकार शब्द को साकार रूप देने का प्रयास किया है
यह एक भव्य और विशालकाय मंदिर है। जो भगवान शिव को समर्पित है ॐ आश्रम में भगवन के 12 ज्योतिर्लिंग स्थपित किये गये है।
ॐ आश्रम में 1993 से स्वास्थ्य, शिक्षा, योग और वैदिक संस्कृति को बढ़ावा देने, वर्षा जल संचयन और संस्कृतियों और धर्मों में शांति और समझ के विकास के क्षेत्रों में सक्रियरूप से किया जा रहा है
यह ॐ मंदिर 250 एकड़ जमीन पर बनाया गया चार मंजिला मंदिर है, जिसे बनाने के लिए विगत 1995 से लगातार निर्माण कार्य चल रहा था। जो फरवरी में पूरा हुआ है ॐ आश्रम के निर्माण में धौलपुर के बंशी पहाड़ के पत्थरों का उपयोग किया गया है।
ॐ आकृति का यह शिव मंदिर चार खंडों (चार मंजिल) में विभाजित है। मंदिर का एक पूरा खंड यानि प्रथम तल भूगर्भ में बना हुआ है, और मंदिर के तीन खंड (तीन मंजिले) है
इस ॐ मंदिर को सेटेलाइट या फिर ड्रोन से देखा जाता है तो मंदिर की संरचना सृष्टि मूलक ध्वनि ॐ के आकार की आकृति में दिखती है।
ओम आश्रम में भगवान शिव की 1008 अलग-अलग प्रतिमाएं स्थापित हैं। मंदिर परिसर में कुल 108 आवासीय इकाइयां हैं। इसका शिखर 135 फीट ऊंचा है। सबसे ऊपर वाले भाग में महादेव का शिवलिंग है और शिवलिंग के ऊपर ब्रह्मांड की आकृति है।
ज्तोतिर्लिंग के आस पास की दीवारों पर शिव के 1008 नामों के अनुरूप शिव की आकृतियां बनायीं गई हैं। भगवान शिव के 12 स्वरूपों पीछे महामंडलेश्वर विचार है कि 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन से व्यक्ति पापों से मुक्ति पा जाता है।
जाडन के ॐ आश्रम में भव्य शिव मंदिर , भक्ति सागर स्थान , उच्च कोटि का सर्वंगीण विद्यालय , श्वास्तिका , गौशाला , सुबिधा युक्त चिकित्सालय , जल संचयन तालाब , सुंदर बगीचा , योग केंद्र , महिला आवासीय विद्यालय , आदि मौजूद है
ॐ मंदिर दर्शन के लिए सड़क मार्ग , रेल मार्ग और वायु मार्ग से पंहुचा जा सकता है भारत के सभी प्रान्तों से रेल मार्ग जुडा हुआ है किसी भी रेलगाड़ी से मारवाड़ जक्शन पहुँचना होगा
मारवाड़ जक्शन से जाडन 23 किलोमीटर दूर है। पाली-सोजत रूट पर चलने वाली बसों के माध्यम से भी जाडन आश्रम पहुंचा जा सकता है